हम कभी भी टपक सकते हैं,
इस एक बात को जागरूकता के
साथ समझने से,
लाइफ़ की काफ़ी चिंताएं सुलझ सकती हैं.
ऐसा नहीं है कि हम जानबूझकर अवेयर नहीं होते,
बस इतना है कि इस पर नज़र पड़ती नहीं
और हम अपनी धुन में बीतते जाते है.
तो जब भी कोई तनाव या
उस तनाव का परिणाम,
आपको हिलाने-डुलाने लगे
तो ख़ुद को याद दिलाते रहिये कि
हम कभी भी टपक सकते हैं.
कुछ देर के लिए ही सही,
मगर ये तरीका प्रैक्टिकल जरुर है.
इमेज सोर्स: गूगल
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